उरला के छात्रों ने पर्यावरण संरक्षण पर जीता राष्ट्रीय पुरस्कार
दुर्ग। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उरला के छात्रों ने पर्यावरण संरक्षण पर एक अनूठा प्रोजेक्ट
तैयार कर राष्ट्रीय स्तर पर बाजी मारी है।
विप्रो अर्थियन अवार्ड के लिए इन छात्रों का चयन हुआ है और उन्हें 21 फरवरी, 2025 को बेंगलुरु में सम्मानित किया जाएगा।
विद्यालय के छात्रों द्वारा तैयार किए गए पर्यावरण संरक्षण पर आधारित प्रोजेक्ट को सीसीई द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित
प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ चुना गया है।
इस उपलब्धि के लिए विद्यालय को 50,000 रुपये का नकद पुरस्कार भी दिया जाएगा।
विशेष बात यह है कि विद्यालय के छात्र पहली बार हवाई जहाज से बेंगलुरु जाएंगे।
सी.सी.ई. द्वारा कचरा एवं सस्टेनेबिलिटी, जल एवं सस्टेनेबिलिटी, जैव विविधता एवं सस्टेनेबिलिटी पर प्रोजेक्ट रिसर्च व आवेदन
मंगाए गये थे।
विद्यालय के छात्र डोमेंद्र साहू, थनिला साहू, नीरज निर्मलकर, भूमिका व संध्या साहू ने इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर शोध
किया और एक विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की और सीसीई लखनऊ भेजी थी।
वहां पर चयनित होकर इसे राष्ट्रीय स्तर पर भेजा गया। इस प्रोजेक्ट को ललित किशोरी साहू नामक शिक्षक ने मार्गदर्शन दिया।
विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती मंजू शुक्ला ने छात्रों और शिक्षकों की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि यह विद्यालय के लिए गौरव का क्षण है।
इस उपलब्धि से न केवल विद्यालय बल्कि पूरे दुर्ग जिले का नाम रोशन हुआ है।
इस प्रतियोगिता में देश भर के 1550 विद्यालयों ने भाग लिया था, जिसमें से केवल तीन विद्यालयों का चयन हुआ था।
यह उपलब्धि विद्यालय के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।
इससे छात्रों को प्रेरणा मिलेगी और वे भविष्य में भी इस तरह के कार्यों में भाग लेंगे।