कुम्हारी। कुम्हारी का प्राचीन महामाया मंदिर, जो क्षेत्र के लोगों की गहरी आस्था का प्रतीक है, आजकल अराजकता का केंद्र बनता जा रहा है। मंदिर परिसर में रात के समय शराबियों का जमावड़ा लगने से श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हो रही हैं। मंदिर परिसर में रामलीला मंच है जिसे शराबियों ने अपना अड्डा बना लिया है, जहाँ वे खुलेआम शराब पीते हैं और गंदगी फैलाते हैं।

मंदिर परिसर में हो रही इन गतिविधियों से श्रद्धालुओं में गहरा आक्रोश है, लेकिन वे सामने आने से कतराते हैं। मॉर्निंग वॉक पर आए एक व्यक्ति ने बताया कि यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर भी है। शराबियों के इस तरह के व्यवहार से मंदिर की पवित्रता भंग हो रही है।

यह मंदिर लोगों की आस्था से जुड़ा हुआ है, मगर शराबियों द्वारा इसे भंग किया जा रहा है। शराब पीने के बाद, वे डिस्पोजल, खाने का सामान और शराब की बोतलें वहीं फेंक देते हैं, जिससे रामलीला मंच के आसपास गंदगी फैली हुई है।
बता दें कि यह मंदिर पहले स्थानीय देवांगन परिवार द्वारा संचालित था। 19 दिसंबर, 2024 को उच्च न्यायालय ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए मंदिर का संचालन ट्रस्ट को सौंप दिया।
कुम्हारी नगर पालिका क्षेत्र में फिर खुली शराब दुकान
कुम्हारी नगर पालिका क्षेत्र के कुगदा में कुछ वर्ष पूर्व खोली गई शराब दुकान को ग्रामीणों के भारी विरोध के बाद बंद करना पड़ा था। लेकिन, सत्ता परिवर्तन के बाद एक बार फिर कुगदा के सत्य नगर वार्ड 22 में नई शराब दुकान खोल दी गई है। कई लोगों का मानना है कि इस शराब दुकान के खुलने से कुम्हारी में अराजकता बढ़ रही है।