कुम्हारी। चैत्र नवरात्रि के समापन के साथ ही सोमवार को कुम्हारी में माता के पवित्र ज्योत जवारे की भव्य विसर्जन शोभायात्रा निकाली गई। इस धार्मिक आयोजन में आस्था का जनसैलाब उमड़ा, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। ढोल-बाजे की थाप और भक्तिमय भजनों की मधुर ध्वनि से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा। पारंपरिक वेशभूषा में सजे-धजे पुरुष, महिलाएं और बच्चे जावरा विसर्जन की शोभायात्रा में शामिल होने के लिए उत्साहित दिखे। जैसे ही माता के पवित्र ज्योत जवारे को विसर्जन के लिए निकाला गया, पूरा क्षेत्र जयकारों से गूंज उठा।
इस शोभायात्रा की एक विशेष बात यह रही कि कई भक्तों ने अपने शरीर में सांग (त्रिशूल) बाना धारण कर अपनी गहरी आस्था का प्रदर्शन किया। सांग बाना धारण किए हुए भक्तों को देखकर उपस्थित जनसमूह श्रद्धा से नतमस्तक हो गया।
यह भव्य शोभायात्रा नगर के विभिन्न प्रमुख मार्गों से गुजरी, जहाँ स्थानीय लोगों ने भी श्रद्धाभाव से इसका स्वागत किया। अंत में, पवित्र जावरा को पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ स्थानीय शीतला तालाब में विसर्जित किया गया।

इस वर्ष मंदिरों के अलावा आठ घरों में ज्योत जावरा स्थापित था। नगर में मारन जोत जावरा 6 घरों से निकला। एक दिन पहले श्वेत ज्योत जावरा का विसर्जन किया गया, जिसमें प्राचीन मां महामाया मंदिर के ज्योत जावरा का विसर्जन हुआ, साथ ही 2 घरों से भी श्वेत ज्योत जावरा का विसर्जन किया गया।
कुम्हारी में जावरा विसर्जन का यह आयोजन शांतिपूर्वक और उत्साह के साथ संपन्न हुआ, जो क्षेत्र के लोगों की गहरी धार्मिक आस्था और सामुदायिक सौहार्द का प्रतीक है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी भक्तों का अपार स्नेह और श्रद्धा देखने को मिली।