श्री कैवल्यधाम तीर्थ में नूतन निर्मित श्री मणिधारी दादागुरु भोजनशाला लोकार्पण

दानवीर लाभार्थियों का बहुमान समारोह चतुर्विध संघ की गरिमामय उपस्थिति में सम्पन्न

कुम्हारी कैवल्यधाम तीर्थ । छत्तीसगढ़ श्रृंगार महान शासन प्रभावक परम पूज्य खतरगच्छ आचार्य श्रीजिन पीयूषसागर सूरिश्वर जी की सद्प्रेरणा से

भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर वृहद भोजनशाला के निर्माण पश्चात उपाध्याय प्रवर अध्यात्म योगी परम पूज्य श्री

महेन्द्र सागर जी महाराज साहब, उपाध्याय प्रवर युवा मनीषी परम पूज्य श्री मनीष सागर जी महाराज साहब आदि ठाणा,परम

पूज्या कैवल्यधाम तीर्थ प्रेरिका प्रवर्तिनी महोदया निपुणा श्रीजी महाराज साहब की गुरु भगिनी दीर्घ संयमी, बस्तर प्रहरी परम

पूज्या राजेश श्रीजी महाराज साहब आदि ठाणा,छत्तीसगढ़ शिरोमणि महतरा पद विभूषिता परम पूज्या मनोहर श्रीजी महाराज

साहब की शिष्या साध्वी संघ मित्रा श्री जी महाराज साहब आदि ठाणा की पावन निश्रा में सम्पन्न हुआ।


नूतन निर्मित भोजन शाला के मुख्य हाल में रायपुर छत्तीसगढ़ के विधिकारक विमल गोलेछा एंड पार्टी ने संगीतमय स्नात्र पूजा

महोत्सव व गौतम स्वामी अष्टक अभिषेक कराया।


इस अवसर पर भोजन शाला के मुख्य लाभार्थी, मुख्य हाल,खनन भूमि पूजन लोकार्पण व स्टोर, पेढ़ी, रसोईघर,साधु साध्वी

वेयावछ कक्ष, गर्म पानी कक्ष, विशेष अतिथि भोजन कक्ष, आयम्बिल कक्ष, विशेष निर्माण सहयोगी, स्टोर कक्ष, भोजनशाला

निर्माण सहयोगियों का श्री कैवल्यधाम जैन श्वेताम्बर ट्रस्ट द्वारा कुमकुम,अक्षत, श्री फल,शाल, चुनड़ी, दुपट्टा और आकर्षक

स्मृति चिन्ह प्रदान कर बहुमान किया गया।


विदित हो कि श्री कैवल्यधाम तीर्थ में विगत 7 दिसंबर 2024 से दिनांक 26 जनवरी 2025 तक उपधान तप का आयोजन किया

गया है, जिसमें लगभग दो सौ आराधक अनेकों भारतवर्ष से आकर आराधना कर रहे हैं।


श्री कैवल्यधाम जैन श्वेताम्बर ट्रस्ट दानवीर भामाशाह उपधान पति नेमीचंद बालूबाई बुरड़ के आत्म श्रेयार्थ बुरड़ परिवार रायपुर

के सुकृत की बहुत-बहुत अनुमोदना और आभार व्यक्त किया।

श्री कैवल्यधाम तीर्थ कुम्हारी: शांति और आध्यात्म का केंद्र


छत्तीसगढ़ के कुम्हारी में स्थित कैवल्य धाम जैन धर्म का एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है। यह धार्मिक स्थल अपनी शांतिपूर्ण

वातावरण और भव्य वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।


इतिहास और महत्व


कैवल्य धाम का इतिहास काफी समृद्ध है। इस मंदिर का निर्माण जैन धर्म के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से किया गया था।

यह स्थान जैन भक्तों के लिए आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने और आत्मिक शांति पाने का एक प्रमुख केंद्र है।


वास्तुकला की खूबसूरती


कैवल्य धाम की वास्तुकला देखने में बेहद मनमोहक है। मंदिर का निर्माण पत्थरों से किया गया है और इसकी दीवारों पर जैन

धर्म से जुड़े विभिन्न चित्र और मूर्तियां उकेरी गई हैं। मंदिर का मुख्य द्वार बहुत ही भव्य है और इसे देखकर मन प्रसन्न हो जाता

है।

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