उम्र मेरी हर रोज इम्तिहान लेती है
जिंदगी मुझे हर रोज एक फरमान देती है,उम्र मेरी हर रोज इम्तिहान लेती है। बचपन के कलरव से यौवन के आनंद तक,यौवन के आनंद से बुढ़ापे के अनुभव तक,उम्र मेरी हर रोज इम्तिहान लेती है।। नित प्रतिदिन अपनी उम्र की सीढ़ियां हूँ चढ़ती,पहुंच कर अपने शिखर पर नीचे हूँ उतरती,उतरते-उतरते एक दिन पूर्णतः नीचे आ … Read more