संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की पहली बैठक – विश्व शांति में एक नया अध्याय

आज ही के दिन, 77 साल पहले, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की पहली बैठक लंदन में हुई थी। यह विश्व इतिहास का एक महत्वपूर्ण दिन था, क्योंकि इसी दिन विश्व शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए एक नई संस्था का जन्म हुआ था।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद क्या है?

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद संयुक्त राष्ट्र का एक प्रमुख अंग है। इसका मुख्य उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखना है। सुरक्षा परिषद के पास अंतरराष्ट्रीय विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने, आर्थिक प्रतिबंध लगाने और सैन्य कार्रवाई करने जैसे व्यापक अधिकार हैं।

पहली बैठक का महत्व

सुरक्षा परिषद की पहली बैठक द्वितीय विश्व युद्ध के तुरंत बाद हुई थी। इस बैठक में सदस्य देशों ने विश्व शांति और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए मिलकर काम करने का संकल्प लिया था। यह बैठक एक नई शुरुआत थी, एक ऐसा समय जब दुनिया एक नए युग में प्रवेश कर रही थी।

संरचना

सुरक्षा परिषद में 15 सदस्य देश हैं। इनमें से 5 सदस्य स्थायी हैं – अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन। इन स्थायी सदस्यों के पास वीटो पावर है, जिसका मतलब है कि वे किसी भी प्रस्ताव को रोक सकते हैं। बाकी 10 सदस्य अस्थायी होते हैं और उन्हें 2 साल के लिए चुना जाता है।

आज का महत्व

आज भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद विश्व की सबसे महत्वपूर्ण संस्थाओं में से एक है। यह विभिन्न संघर्षों और संकटों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हालांकि, सुरक्षा परिषद की कई बार आलोचना भी होती है, लेकिन यह तथ्य नहीं बदलता कि यह विश्व शांति के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है।

17 जनवरी, 1946 का दिन विश्व इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की पहली बैठक हुई थी और विश्व शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए एक नई शुरुआत हुई थी। आज भी सुरक्षा परिषद विश्व शांति के लिए काम कर रही है।

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